मोबाइल फोन रेडिएशन क्या है। What is a radiation
मोबाइल के प्रयोग से होने वाले नुकसानों में एक मोबाइल रेडिएशन भी एक बहुत बड़ा नुकसान है जो आपके स्वास्थ को खतरा पहुंचा सकता है। तो आखिर मोबाइल रेडिएशन होता क्या है? आइए जानते हैं सबसे पहले हम जानते हैं रेडिएशन क्या होता है? दोस्तों रेडिएशन अंतरिक्ष के निर्माण से ब्रह्मांड के निर्माण के समय से ही हमारे अंतरिक्ष में उपस्थित है। यह मानव निर्मित भी होती है और प्राकृतिक भी। प्राकृतिक स्रोत की अगर हम बात करें तो सूर्य की जो किरण है उनमें भी रेडिएशन या विगरण होता है, लेकिन हमारे वायुमंडल की वजह से
वो हम तक नहीं पहुँच पाता है। आपके माइक्रोवेव में भी रेडिएशन होता है। आपके रिमोट कंट्रोल में भी रेडिएशन होता है। आप हॉस्पिटल में जाते है और वहाँ पर एक्स- रे करते है। उस एक्स-रे मशीन से भी रेडिशन निकलता है। लेकिन रेडिएशन की एक सीमित मात्रा होती है जिसे आपका शरीर ग्रहण कर लेता है और उसके बाद में अगर उससे भी ज्यादा अधिक मात्रा में रेडिएशन आपके शरीर में पहुंचता है तो आपको नुकसान पहुंचा सकता है।
ऐसा नहीं है की रेडिएशन हमेशा खतरनाक ही होता है। आजकल रेडिएशन के प्रयोग से कैंसर जैसे असाध्य रोग का भी इलाज किया जा रहा है। कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट करने के लिए रेडियोएक्टिव तरंगों का प्रयोग किया जाता है और इसे रेडिएशन थेरेपी कहते हैं। मोबाइल के प्रयोग के दौरान शरीर में जाने वाले रेडिएशन की मात्रा को एस आर कहते हैं।
और इस एस आर की मात्रा को भारतीय सरकार ने एक मानक दिया है कि एक निश्चित मानक से ज्यादा अगर आपके शरीर में मोबाइल से रेडिएशन जा रहा है तो आपके शरीर को हानि पहुंचा सकता है। तो ये एस आर की जो मात्रा निर्धारित की गई है। ये हर मोबाइल कंपनी को निर्देश दिए गए हैं कि आपके मोबाइल से 1.6 का ज्यादा एस आर उत्सर्ज ना हो इससे ज्यादा अगर एस आर उत्सर्ज मोबाइल फ़ोन से होता है तो आपके शरीर को हानी पहुंचा सकता है।
अब ऐस आर रेट को हम चेक कैसे करेंगे? आपको अपने मोबाइल से डायल करना है *#07 # जब ये कोड आप अपने मोबाइल से डायल करेंगे। ये यु एस एस डी कोड है और इस कोड को जब आप अपने मोबाइल फ़ोन से डायल करेंगे तो आपके मोबाइल फ़ोन पर आपके मोबाइल का एस आर रेट आएगा और अगर ये 1.6 से ज्यादा है तो निश्चित ही आपको अपना मोबाइल फ़ोन बदलने की जरूरत है। एक और टिप्स मैं आपको बता दूंगा अगर आपके फ़ोन में कोड नहीं दिख रहा या काम नहीं कर रहा
तो आप अपने फ़ोन में से ट्रू कॉलर ऐप्लिकेशॅन को इन्स्टॉल कीजिए जो आपके फ़ोन का मेन डायलर है। उस डायलर से आप इस यु एस एस डी कोड को डायल कीजिए। उसके बाद में आपके फ़ोन का जो एस आर मानक है वो आपको दिखा दिया जाएगा और अगर वो 1.6 ग्राम से ज्यादा आता है तो आप निश्चिंत ही अपने फ़ोन को बदलने के बारे में विचार कर सकते हैं।
तो ये बात थी मोबाइल रेडिएशन की जरूरत से ज्यादा मात्रा में मोबाइल का प्रयोग आपके शरीर को हानि पहुँचा सकता है। कई सारे वैज्ञानिक प्रयोग में यह सिद्ध भी हो चुका है कि जब आप कॉल करते हैं तो कॉल के दौरान मोबाइल जब आपके कान पर लगा होता है तो उस एरिया में रेडिएशन की मात्रा बहुत भारी बढ़ जाती है और बहुत गर्म हो जाता है वो हिस्सा। तो जब आप मोबाइल फ़ोन से लगातार बात करते हैं तो हो सके तो इस रेडिएशन से बचने के लिए आपको करना ये है कि आप जहाँ तक हो सके मोबाइल कॉल के लिए मोबाइल फोन स्पीकर पर डालकर उसे इस्तेमाल करें
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