विराट कोहली बायोग्राफी aboout viraat koli
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भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली (Virat Kohli) विश्व में सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों में से एक हैं. भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में कोहली की प्रशंसा होती है. विराट कोहली, जिसे रन मशीन कहा जाता है, ने कई महत्वपूर्ण रिकॉर्ड्स हासिल किए हैं. 35 वर्षीय कोहली दाएं हाथ का बल्लेबाज है और टीम इंडिया में तीसरे नंबर पर बैटिंग करते हैं. कोहली इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेलते हैं. कोहली 2008 अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम का कप्तान थे और 2011 में भारत की क्रिकेट विश्व कप विजेता टीम में भी शामिल थे.
विराट कोहली का जन्म और फैमली (Virat Kohli Birth and Family):
विराट कोहली का जन्म 5 नवंबर 1988 को दिल्ली में एक पंजाबी परिवार में हुआ था. विराट के पिता प्रेम कोहली एक वकील थे, और उनकी मां सरोज कोहली गृहणी है. जब विराट महज 3 साल के थे, क्रिकेट का बल्ला वह खिलौना था जिसे वह सबसे पसंद करते थे. विराट के पिता का 2006 में ब्रेन स्ट्रोक्स के चलते निधन हो गया था, जब वे सिर्फ 18 साल के थे. विराट तीन भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं. उनके एक भाई का विकास और एक बहन का भावना है. उन्हें सभी प्यार से “चीकू” पुकारते हैं. कोहली ने बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा (Anushka Sharma) के साथ 11 दिसंबर 2017 में शादी रचाई और 11 जनवरी 2021 में उनकी एक बेटी हुई, जिसका नाम वामिका है.
विराट कोहली का लुक (Virat Kohli’s Look):
विराट कोहली की बल्लेबाजी के अलावा उनके खास लुक्स भी लोकप्रिय हैं. कोहली विश्व में सबसे फीट खिलाड़ी हैं. वह अपने हेयर स्टाइल को अक्सर बदलते रहते हैं. लाखों महिला फैंस विराट कोहली के लुक्स की दीवानी हैं.
रंग | गोरा |
आखों का रंग | हल्का भूरा |
बालों का रंग | काला |
लंबाई | 5 फुट 9 इंच |
वजन | 72 किलोग्राम |
विराट कोहली की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के प्रसिद्ध भारती पब्लिक स्कूल से हुई. विराट को बचपन से ही क्रिकेट खेलना पसंद था. उनके पिता ने 8-9 की उम्र में उनका क्रिकेट क्लब में भर्ती कराया. जहां कोहली की प्रारंभिक शिक्षा स्कूल में चल रही थी, वहां सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान दिया जाता था. बाद में उनके पिता ने उन्हें एक ऐसे स्कूल में भेजा जहां खेल और पढ़ाई दोनों पर ध्यान दिया जाता था. कोहली ने नवीं कक्षा से सेविअर कॉन्वेंट सीनीयर सेकेंडरी स्कूल, पश्चिम विहार, दिल्ली में पढ़ाई की. विराट ने खेल में अधिक रुचि रखने के कारण सिर्फ बारहवीं तक पढ़ाई की और क्रिकेट पर अपना पूरा फोकस दिया. दिल्ली क्रिकेट एकेडमी में राज कुमार शर्मा से क्रिकेट सिखाने के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की. सुमित डोंगरा एकेडमी में विराट ने अपना पहला मैच खेला. क्रिकेट जगत में विराट कोहली को एक बेहतरीन मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज के रूप में जाना जाता है. वह मिडियम पेस बॉलिंग भी करते हैं. 2002 में उन्होंने अंडर-15 में खेलना शुरू किया और 2004 में अंडर-17 में चयनित हुए. 2006 में उन्होंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला, फिर 2008 में अंडर-19 टीम में खेलने का मौका मिला. कोहली का पहला अंडर-19 विश्व कप मलेशिया में हुआ, जिसमें टीम इंडिया जीत गई. उनकी कप्तानी में भारत ने अंडर-19 विश्व कप जीता. यहीं से उनका करियर बदल गया. विराट के प्रदर्शन के कारण उन्हें वनडे इंटरनेशनल में टीम इंडिया में चुन लिया गया. साल 2008 में विराट कोहली ने अपने वनडे इंटरनेशनल करियर की शुरुआत की. कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला वनडे इंटरनेशनल मैच महज 19 साल की उम्र में खेला था. कोहली ने श्रीलंकाई दौरे से पहले मात्र आठ लिस्ट ए मैच खेले थे. इसलिए उनका सिलेक्शन “सरप्राइज कॉल-अप” कहा गया. लेकिन कोहली ने पूरी सीरीज में सलामी बल्लेबाज के रूप में शानदार प्रदर्शन कर अपनी योग्यता साबित कर दी. पहले मैच में कोहली ने बारह रन बनाए. उन्होंने चौथे मैच में 54 रन बनाकर अपने करियर का पहला वनडे अर्धशतक जमाया. जिससे भारत को सीरीज जीत मिली. उन्होंने अन्य तीन मैचों में 37 रन, 25 रन और 31 रन बनाए. इस सीरीज को भारत ने 3-2 से जीता. जो कि भारत की पहली वनडे सीरीज श्रीलंका में जीत थी.
कोहली ने इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. एक के बाद एक मैच के लिए उन्हें चुना जाने लगा. 2011 में कोहली को क्रिकेट विश्व कप खेलने का मौका मिला. जिसमें भारत ने 28 वर्ष बाद वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीती. कोहली ने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था. 2013 में उन्होंने अपना पहला वनडे शतक ठोका और 2014 और 16 में दो बार मेन ऑफ द मैच विजेता बने. कोहली ने टी20 क्रिकेट में भी अच्छा खेल दिखाया. कोहली ने इसके बाद कई बार शानदार प्रदर्शन करके भारत को जीत दिलायी. विराट की बेहतरीन बल्लेबाजी के बाद उनका नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शामिल होने लगा.
वनडे इंटरनेशनल करियर (Virat Kohli ODI International Carrer):
- 2011 में टेस्ट टीम में शामिल होने के बाद विराट कोहली ने वनडे में छठवें नंबर पर बल्लेबाजी करनी शुरू की, लेकिन उसे लगातार दो मैचों में हार मिली. हालांकि, उसके बाद के मैच में उन्होंने 116 रन की शानदार शतकीय पारी खेली. वह टीम को मैच जीता नहीं सके, लेकिन वे शतक बनाने वाले एकमात्र भारतीय खिलाड़ी बने.
- इसके बाद कॉमनवेल्थ बैंक ट्राएंगुलर सीरीज में भारत ने ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के खिलाफ सात मैचों में से दो में जीत हासिल की, जबकि चार मैच हार गए. एक मैच टाय रहा. लेकिन भारत को फाइनल में जगह बनाने के लिए श्रीलंका के खिलाफ एक और मैच में जीत के लिए 321 रन का लक्ष्य मिला था, जिसमें से कोहली ने 133 रन बनाकर जीत दिलायी. इस पारी के लिए उन्हें मैन ऑफ दी मैच का ऑवार्ड मिला.
- विराट कोहली को 2012 में एशिया कप के लिए भारतीय टीम का उप-कप्तान बनाया. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर वह इसी तरह खेलते रहे तो वह भविष्य में टीम इंडिया का कप्तान होगा और ऐसा हुआ भी.
- कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने ग्यारहवें वनडे मैच में 148 गेंदों पर 183 रनों की पारी खेली और 330 रनों का रिकॉर्ड लक्ष्य हासिल कर भारत को जीत दिला दी. उन्होंने इस दौरान 22 चौके और एक छक्का लगाया. इस शानदार पारी के लिए विराट को मैन ऑफ द मैच चुना गया.
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